मास्को. ताइवान को लेकर तनाव के बीच रूस ने चीन का जोरदार समर्थन करते हुए शुक्रवार को अमेरिका को आगाह किया कि किसी भी ‘भड़काऊ’ कदम से हालात बिगड़ सकते हैं. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बृहस्पतिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ फोन पर वार्ता के दौरान ताइवान के मामले में हस्तक्षेप को लेकर आगाह किया था. इस बारे में पूछे जाने पर रूस के राष्ट्रपति कार्यालय ‘क्रेमलिन’ के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि रूस पुरजोर तरीके से चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन करता है.
पेसकोव ने कहा, ‘हमारा मानना है कि किसी अन्य देश को यह अधिकार नहीं है कि वह सबको दुविधा में डाले या कोई भड़काऊ कदम उठाए.’ उन्होंने अमेरिका को ‘विनाशकारी’ कदमों के खिलाफ आगाह करते हुए कहा कि ऐसे समय जब दुनिया कई मुद्दों से जूझ रही है, इस तरह के व्यवहार से ‘अंतरराष्ट्रीय स्तर’ पर केवल तनाव ही बढ़ेगा.
पेसकोव के बयान से रूस और चीन के बीच करीबी संबंधों की पुष्टि होती है जो कि 24 फरवरी को यूक्रेन में रूस के सैनिकों के हमले के बाद से और मजबूत हुए हैं. चीन ने अब तक रूस की कार्रवाई की निंदा नहीं की है, बल्कि अमेरिका और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) पर रूस को भड़काने का आरोप लगाया है.
चीन सरकार ने ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है कि शी और बाइडेन के बीच बातचीत में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान की प्रस्तावित यात्रा को लेकर कोई चर्चा हुई. लेकिन, शी ने ताइवान मामले में बाहरी ताकतों के दखल को खारिज कर दिया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करना 1.4 अरब से अधिक चीनी लोगों की दृढ़ इच्छा है. आग से खेलने वाले झुलस जाएंगे.’
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Tags: China, Russia, United States
FIRST PUBLISHED : July 29, 2022, 21:54 IST