Gupta Brothers : दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को 15 महीने के कैद की सजा सुनाई गई है. अदालत की अवमानना मामले में जुमा (79) पर 2009 से 2018 के बीच करीब नौ वर्ष तक पद पर रहते हुए सरकारी राजस्व में लूट-खसोट होने का आरोप है. यहां जानने वाली बात है कि आखिर कैसे पूर्व राष्ट्रपति जेल के सलाखों के पीछे पहुंच गए? इनकी गिरफ्तारी के बाद साऊथ अफ्रीका में हिसंक घटनाएं बढ़ गई है. पूरे देश में हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. इन सब में मुख्य रूप से जिनका हाथ है वो तो फरार है…जी हां उत्तरप्रदेश के सहारनपुर के तीन गुप्ता भाई..जिनका नाम कुछ इस प्रकार है..
अजय गुप्ता, अतुल गुप्ता और राजेश गुप्ता..इन गुप्ता भाईयों की कारस्तानी की वजह से अफ्रीका में हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. खुद तो फरार है, लेकिन पूर्व राष्ट्रपति को चाशनी में ऐसे डुबोया कि उन्हें जेल के सलाखों के पीछे पहुंचा गए. इनकी करतूतों की वजह से अब पूरी अफ्रीका जल रहा है. उपद्रवियों ने क्वाजुल-नटाल और गौतेंग प्रांत में लूटपात की. उपद्रवी भारतीय मूल के लोगों को निशाना बना रहे हैं. उनकी दुकानों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर तोड़फोड़ कर लूटपाट कर रहे हैं.
एक अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका में व्यापक हिंसा और दंगों को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर काफी चिंतित हैं,. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की अपनी समकक्ष नालेदी पैंडोर से बातचीत की जिन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
कई इलाकों में लूटपाट
दक्षिण अफ्रीका की मीडिया के मुताबिक देश के अलग अलग हिस्सों में लूटपाट की जा रही है। शॉपिंग मॉल में लूटपाट करने वाले एक शख्स से स्थानीय मीडिया ने पूछा कि वो क्यों लूटपाट कर रहा है तो उस शख्स ने कहा कि ”मुझे बुढ़े जैकब जुमा से कोई मतलब नहीं है, वो भ्रष्ट आदमी है। मैं बस अपनी मां के लिए यहां लूटपाट कर रहा हूं।” वहीं, सरकारी अधिकारियों ने बताया कि लूटपाट करने वालों में सिर्फ समर्थक ही शामिल नहीं हैं, बल्कि असामाजिक तत्व भी भीड़ का हिस्सा बने हुए हैं और अलग अलग दूकानों को लूट रहे हैं। आपको बता दें कि कोर्ट में जैकब जुमा को 15 महीने की सजा सुनाई हुई है, जिसके बाद पूरे दक्षिण अफ्रीका में बवाल हो रहा है। हिंसा की चपेट में राजधानी जोहानिसबर्ग और डरबन जैसे शहर भी हैं।
कौन है गुप्ता ब्रदर्स? | who are Gupta Brothers
अजय, अतुल और राजेश गुप्ता तीनों रिश्ते में भाई है. यह उत्तरप्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले हैं. व्यवसाय करने के लिए तीनों भाई अपने पिता शिव कुमार की सहमति पर 1993 में दक्षिण अफ्रीका पहुंचे, यहां उन्होंने सहारा कंप्यूटर के नाम से बिजनेस शुरू किया, साथ ही उसके पार्टस भी बनाते थे. उनका छोटा सा बिजनेस देखते ही देखते ऊंचाईयों पर पहुंच गया. सहारा ग्रुप के नास से कंप्यूटर बिजनेस, माइनिंग और मीडिया का कारोबार चल निकला. कारोबार के बढ़ने के साथ ही अफ्रीका की राजनिती में इनका पूरा हस्तक्षेप रहा.
Financial express की खबर के मुताबिक 2016 में अतुल गुप्ता की संपत्ति करीब 78 करोड़ डॉलर के करीब थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 2016 में अतुल गुप्ता की कुल दौलत करीब 78 करोड़ यूएस डॉलर के करीब थी. कुछ मीडिया रिपोर्ट ने साल 2016 के जोहान्सबर्ग स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के आधार पर भी यह जानकारी दी है. इतनी दौलत के साथ वह दक्षिण अफ्रीका के 16वें सबसे अमीर शख्स थे.
साल 2016 से गुप्ता बंधुओं का सामना परेशानियों से हुआ. इन पर भष्ट्राचार के आरोप लगे. लेकिन अफ्रीकी सरकार से साठगांठ होने की वजह से मामला दब गया. आरोप तो यहां तक लगे कि दक्षिण अफ्रीका में कई बड़े अधिकारी अपना ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए गुप्ता ब्रदर्स से संपर्क करते थे. यहां तक की साउथ अफ्रीका के कई मंत्री भी गुप्ता ब्रदर्स से अच्छा संबंध बनाकर रखते थे. हालांकि, जब गुप्ता बंधुओं के बुरे दिनों की शुरूआत हुई तो कई खुलासे हुए. तब पता चला कि तीनों भाईयों के अकाउंट अमेरिका, ब्रिटेन और सऊदी अरब तक में हैं और इन खातों से अरबों रुपये की लेनदेन की जाती है। इन अकाउंट्स के जरिए करोड़ों रुपयों का अवैध लेनदेन भी किया गया था।
यहां तक कि पैसों के दम पर गुप्ता फैमिली ने सरकार में कुछ भर्तिंयां करवाईं और कुछ लोगों को मंत्री पद देने की भी डील हुई. इस परिवार पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा से करीबी होने के चलते गलत तरीके से अपना बिजनेस प्रमोट करने का आरोप लगा.
बड़े बैंकों ने किया किनारा
परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो दक्षिण अफ्रीका के सभी बड़े बैंकों और बैंक ऑफ चाइना ने गुप्ता फैमिली की कंपनियों से अपना नाता तोड़ दिया. दक्षिण अफ्रीका के चार बड़े बैंक एबीएसए, एफएनबी, स्टैंडर्ड और नेडबैंक ने मार्च 2016 में गुप्ता परिवार को बता दिया था कि वो अब उनके ओकबे कंपनी और उसके सहायक कंपनियों को बैंकिंग सुविधा नहीं दे पाएंगे. बैंक ऑफ बड़ौदा के दक्षिण अफ्रीकी ब्रांच ने भी गुप्ता फैमिली को नोटिस दिया था कि वह सितंबर के अंत तक उनकी कंपनियों के सभी अकाउंट बंद कर देगी.
अफ्रीका में मिला नया नाम Zupta
अफ्रीका में गुप्ता ब्रदर्स को ज़ुप्ता कहा जाने लगा था. इन तीनों भाईयों ने पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को इस कदर अपने वश में कर रखा कि पूर्व राष्ट्रपति ने अपनी पार्टी से दुश्मनी मोल ले ली. फिर अपनी अफ्रीकी नेशनल पार्टी में कड़ा विरोध होने लगा. अफ्रीकी मीडिया ने अपनी रिपोर्ट्स में दावा किया था कि गुप्ता ब्रदर्स ने अपनी कंपनी में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के बेटों और उनकी पत्नी को बड़े पदों पर बिठा रखा था और उन्हें काफी मोटी तनख्वाह दी जाती थी।