पेट्रोल-डीजल के दाम (Oil Price) ऊंचाईयों पर पहुंच गए हैं। जो कि आम व्यक्तियों के लिए किसी झटके से कम नहीं है। पेट्रोल-डीजल की कीमते बढ़ने के साथ व्यक्ति के रसोई का बजट गड़बड़ाने लगता है। लेकिन 2021 में पेट्रोल के दामों में भारी उछाल दर्ज किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में क्रूड ऑयल (crude oil) की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जिसका सीधा असर भारत पर पड़ा है। लॉकडाउन (Lockdown) के बाद से पेट्रोल और डीजल की कीमतें कई शहरों में 100 के पार चली गई है। दूसरे देशों से अधिक भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम तेजी से बढ रहे हैं।
आइए जानते हैं कि आखिर क्यों बढ़ रही है पेट्रोल डीजल की कीमतें, लोगों पर इसका क्या पड़ेगा असर.
क्य़ों बढ़ रहे पेट्रोल डीजल के दाम? Why oil price is hiking.
पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के पीछे सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी (central excise duty) और विभिन्न राज्यों के टैक्स हैं. आसान भाषा में समझे तो जब रिफाइनरी से डीलर तक पेट्रोल आता है तो उसकी कीमत 40 रुपए होगी। फिर इसमें केंद्र की एक्साइज ड्यूटी और फिर राज्यों के टैकस मिलाकर 1 लीटर पेट्रोल की कीमत 100 रुपए लीटर तक पहुंच गई है। कुछ राज्य ऐसे भी है जहां पेट्रोल में टैक्स काफी ज्यादा है।
एक अखबार में प्रकाशित आकंड़े के मुताबिक मध्यप्रदेश (Madhya pradesh) में 33% , मणिपुर (Manipur) -36.50%, राजस्थान (Rajshtan) में 36%, तेलगांना (Telgana) में 35.20 और ओड़िशा (Oddisha) में 32% प्रतिशत वैट की वसूली की जा रही है।
कोरोना का असर पूरे विश्व में देखा गया तो पहली लहर के दौरान पूरे देश में लॉकडाउन घोषित था. लॉकडाउन का असर क्रूड ऑयल भी पड़ा था। क्यों कि उस समय पेट्रोल और डीजल की डिमांड काफी कम हो गई थी। सिर्फ भारत ही नहीं इसका असर पूरे देश में देखा गया। क्यों कि लोग काफी समय तक घरों में कैद थे। अप्रैल और मई के बीच क्रूड ऑयल की कीमत 20 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थी।
एक चैनल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक जैसे-जैसे देशों में कोरोना की वैक्सीन लगना शुरू हुआ। वैसे ही कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी होने लगी। पिछले साल अक्टूबर 2020 में एक बैरल की कीमत 40 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया। फिर धीरे-धीरे 60 डॉलर प्रति बैरल तक क्रूड ऑयल की कीमत पहुंच गई।
प्रमुख शहरों में पेट्रोल –डीजल का दाम | Oil Price
शहर | पेट्रोल की कीमत | डील की कीमत |
दिल्ली | 98.11 | 88.65 |
मुंबई | 104.22 | 96.16 |
कोलकाता | 97.99 | 91.49 |
चेन्नई | 99.18 | 93.22 |
भोपाल | 106.35 | 97.37 |
रांची | 93.82 | 93.57 |
बेंगलुरु | 101.39 | 93.98 |
पटना | 100.13 | 94.00 |
ओपेक देश क्यों बढ़ा रहे हैं पेट्रोल डीजल के दाम | Oil Price
भारत अपने जरूरतों का अंधिकाश ईधन आयात कराता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमत (international oil price) पेट्रोलियम निर्यातक देशों (petroleum exporting countries) के संगठन ओपेक (Organization of the Petroleum Exporting Countries) के द्वारा तय की जाती है। तेल के दामों में कुछ तो तेजी आई है. और इसमें प्रमुख रूप से ओपेक देशों का हाथ भी है। जिससे बाकी देशों में पेट्रोल के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। 24 फरवरी 2021 को एक चैनल पर प्रकाशित खबर के मुताबिक तेल उत्पादक देश अपने प्रोडक्शन में गिरावट कर रहे हैं। सऊदी अरब (Saudi Arab) ने तो ऐलान किया है कि वह अपने तेल उत्पादन में रोजाना 10 लाख बैरल की कटौती करने जा रहा है. चूंकि प्रोडक्शन कम हो रहा है और मांग बढ़ रही है तो इसका सीधा असर कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ रहा है और उनमें इजाफा हो रहा है.
पेट्रोलियम निर्यातक और उनके सहयोगी देशों के संगठन OPEC+ देशों की उत्पादन में और बढ़त को लेकर 1 जुलाई को बैठक होने वाली है, लेकिन न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इस बारे में अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है.
बढ़ते पेट्रोल डीजल के दामों को लेकर सरकार की बढ़ी चिंता
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 3 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है. कच्चे तेल के दामों ने अब सरकार के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है. इसलिए पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद प्रधान ने ओपेक देशों से तेल का उत्पादन बढ़ाने का आग्रह किया है। पेट्रोलियम मंत्री ने OPEC देशों से आग्रह किया है कि वे चरणबद्ध तरीके से क्रूड उत्पादन में कटौती को दूर करते हुए उत्पादन बढ़ाएं, क्योंकि अब इनकी ऊंची कीमतों से महंगाई बढ़ रही है. हालांकि भारी विरोध के बाद सरकार ने टैक्स कटौती का अभी तक कोई ऐलान नहीं किया है।
पड़ोसी देशों का हाल?
भारत की तुलना में पड़ोसी देशों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें दिनों काफी कम हैं। जबकि पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल और भूटान आर्थिक रूप से कमजोर देश में हैं। तब भी वहां पेट्रोल और डीजल की कीमतें भारत की तुलना में काफी कम हैं।
14 जून 2021 के मुताबिक पाकिस्तान ( Pakistan) में 51 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल बिक रहा है, श्रीलंका (Srilanka) में पेट्रोल की कीमत 59.69 रुपये है, नेपाल
(Nepal) में 78.59 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल बिक रहा है।
सरकार ने की कितनी कमाई?
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सरकार ने 6 साल के अंदर पेट्रोल-डीजल से कमाई 307 फीसदी तक बढ़ा ली है.
पिछले तीन सालों में पेट्रोल-डीजल से सरकार को टैक्स से कमाई तीन गुना से ज्यादा तक बढ़ चुका है। अप्रैल 2020 से जनवरी 2021 के बीच सरकार ने तेल पर टैक्स के माध्यम से 2.94 लाख करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया है।