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Did Putin become a ‘villain’ from war?
Highlights
- क्या जंग से ‘खलनायक’ बन गए पुतिन?
- दुनिया के बड़े नेताओं के निशाने पर पुतिन
- किसी ने कहा युद्ध अपराधी, किसी ने कहा मगरमच्छ
Russia Ukraine WAR day 75: रूस जैसे ही 23 फरवरी 2022 को यूक्रेन पर हमला किया पश्चिमी देश उसके खिलाफ हो गए। रूस पर तमाम तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए। रूस को आर्थिक रूप से कमजोर करने की कोशिश हुई। लेकिन तब भी रूस यूक्रेन पर हमला करना नहीं रोका। यही नहीं रूस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए पश्चिमी देशों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर दी। साथ ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी देते हुए कह दिया कि- ‘अगर पश्चिमी देशों ने मुश्किलें पैदा करने वाली हरकत बंद नहीं की तो दुनिया को उर्वरक की कीमतों में भारी बढ़ोतरी झेलनी पड़ सकती है।’ रूस के इस तेवर का दुनिया भर में विरोध हुआ। अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस सहित कई देशों ने रूस पर जुबानी हमला करना शुरू कर दिया। वहीं भारत यूक्रेन और रूस में से किसी भी देश का ना तो समर्थन करता दिखा और ना ही विरोध। पर भारत ने युद्ध की खिलाफत हमेशा की और समस्या को बातचीत के जरिए सुलझाने पर ज़ोर दिया।
‘युद्ध अपराधी’ हैं पुतिन: बाइडन
जब से युद्ध की शुरुआत हुई है अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन लगातार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर निशाना साध रहे हैं। यूक्रेन के बूचा से आई सड़कों पर पड़े शवों की तस्वीरों ने दुनियाभर का ध्यान अपनी ओर खींचा। इस पर बाइडन ने कहा कि- ‘ बूचा में क्या हुआ ये सभी ने देखा। पुतिन युद्ध अपराधी हैं।’ बाइडन ने पुतिन को क्रूर बताया और उनपर युद्ध अपराध का मुकदमा लगाने की मांग कर डाली।
बोरिस जॉनसन ने पुतिन की तुलना ‘मगरमच्छ’ से कर दी
ब्रिटेन के प्राइम मिनिस्टर बोरिस जॉनसन ने पुतिन की तुलना मगरमच्छ से करते हुए कहा कि- ‘जब मगरमच्छ ने अपने जबड़े में आपका पैर दबाया हो तो फिर आप उसके साथ बातचीत कैसे कर सकते हैं?’ बोरिस जॉनसन यहीं नहीं रूके, उन्होंने ये भी कहा कि- ‘पुतिन की स्ट्रैटजी पूरे के पूरे यूक्रेन को निगलने की है ताकी वो फिर अपनी शर्तों पर यूक्रेन के साथ निगोशिएट कर सकें।’ बिट्रिश प्राइम मिनिस्टर का ये बयान उस वक्त आया था जब रूस ने डोनबास में आक्रामक हमला किया था।
‘ढकोसला’ कर रहा रूस: मैक्रों
प्रतिबंधों के बाद जब वैश्विक तेल कारोबार करना मुश्किल हुआ तो रूस ने तमाम देशों खासतौर पर यूरोप से अपनी मुद्रा में सौदा करने की मांग की। तब फ्रांस ने रूस की इस मांग को ठुकरा दिया। ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ की बैठक के बाद मैक्रों ने कहा- ‘जिस टेक्स्ट पर हस्ताक्षर किए गए हैं वो बिल्कुल स्पष्ट है। रूस की यह मांग उसके अनुरूप नहीं है।’ आगे मैक्रों ने कहा कि- ‘EU प्रतिबंधों के बाद रूस अब ढकोसला कर रहा है।’
यूक्रेन के लोगों पर हो रहा अत्याचार: गुतारेस
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने यूक्रेन के बिगड़ते हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि- ‘यूक्रेन के लोगों पर जारी अत्याचार को रोकने, कूटनीति और शांति के रास्ते पर चलने का समय है। यूक्रेन में महिलाओं और बच्चों सहित कई निर्दोष लोग मारे गए हैं।
बातचीत के रास्ते समाप्त हो युद्ध: भारत
जब से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुआ है भारत ने बातचीत के जरिए इसे समाप्त करने की बार-बार अपील की है। अभी हाल ही में अपने यूरोपीय दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डेनमार्क के प्रधानमंत्री के साथ बातचीत के बाद बयान देते उन्होंने कहा कि- ‘ हम यूक्रेन में तत्काल युद्धविराम का आह्वान करते हैं और मुद्दे को सुलझाने के लिए बातचीत व कूटनीति का रास्ता अपनाने की जरूरत हैं।